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12वीं के बाद आईएएस की तैयारी कैसे करें ? – पूरी जानकारी

नमस्कार दोस्तों, आज के लेख में बात करेंगे 12वीं के बाद आईएएस की तैयारी कैसे करें ? – 12th Ke Bad IAS Ki Taiyari Kaise Kare भारत में आईएएस अधिकारी कैसे बने यह हर भारतीय का सपना है।आईएएस की परिक्षा सबसे कठीन परिक्षा होती हैं भारत में इस परिक्षा को पास करने का सपना कई लोग देखते हैं और हर वर्ष लाखों लोग आईएएस की परिक्षा में भाग लेते हैं लेकिन इसमें बहुत ही काम लोग पास कर पाते हैं इसलिए IAS परिक्षा की तैयारी 12वीं के बाद तुरंत ही शुरू कर दी जाती है। इसके बारे में संपूर्ण जानकारी बताने वाला हूँ इसलिए आप इस लेख को अंत तक पढ़ें:

12वीं के बाद आईएएस की तैयारी कैसे करें ?

Table of Contents

12वीं के बाद आईएएस की तैयारी – 12th Ke Bad IAS Ki Taiyari Kaise Kare

किसी भी विश्वविद्यालय से नियमित स्नातक करें और आईएएस परीक्षा में आने वाले विषयों का अध्ययन करने के लिए सप्ताहांत का समय निकालकर आईएएस की तैयारी करें।

डिस्टेंस एजुकेशन के माध्यम से स्नातक करें , आजकल कई प्रमुख विश्वविद्यालय अब बहुत अच्छे विकल्प प्रदान कर रहे हैं और सप्ताह के दिनों में आईएएस परीक्षा के लिए नियमित पढ़ाई करें ।

दोनों विकल्प समान रूप से अच्छे हैं और दोनों मॉडलों के द्वारा आप आईएस बनने का सपना पूरा कर सकते हैं ।

स्मार्ट उम्मीदवारों के लिए, कॉलेज IAS परीक्षा की तैयारी शुरू करने के लिए सबसे अच्छी जगह है। तीन साल का कॉलेज अच्छी तरह से तैयार होने के लिए पर्याप्त समय देगा।

एक एस्पिरेंट को जो पहला निर्णय लेना होता है, वह यह तय करना होता है कि उसे किस स्ट्रीम में स्नातक करना है। चूँकि Humanity विषय आईएएस पाठ्यक्रम का मूल है, जो मानविकी (Humanity) विषयों के साथ स्नातक करते हैं, उन्हें निश्चित रूप से मामूली लाभ होगा, विशेष रूप से वैकल्पिक विषय में।

मानविकी (Humanity) विषय जैसे भूगोल, इतिहास, राजनीति विज्ञान, समाजशास्त्र लोकप्रिय वैकल्पिक विषय हैं।

एक एस्पिरेंट जिसने स्नातक की पढ़ाई शुरू की है, उसके पास तैयारी के लिए 3+ वर्ष का समय होगा। स्नातक के पहले दो वर्षों में जीएस विषयों के लिए और अंतिम, तीसरे वर्ष में वैकल्पिक विषय के लिए तैयारी करने के लिए एक अंडर-ग्रेजुएट छात्र की योजना होनी चाहिए।

जो लोग चार/पांच साल का व्यावसायिक कोर्स कर रहे हैं उन्हें समय की उपलब्धता का अतिरिक्त फायदा होगा।

12वीं के बाद आईएएस बनने की योजनाबद्ध तैयारी 

 कोचिंग के बिना आईएएस की तैयारी

आईएएस परीक्षा के लिए करंट अफेयर्स एक महत्वपूर्ण विषय है जिससे अधिक प्रश्न पूछे जाते हैं ।

कंपटीशन परीक्षा से संबंधित पत्रिकाओं को पढ़ें ।

नियमित पढ़ने से आप रोजाना कुछ न कुछ नया सीखेंगे जो आपको आईएस की परीक्षा में महत्वपूर्ण योगदान देगा ।

आपको यह भली-भांति ज्ञान होना चाहिए की न्यूज़ पेपर में कौन सी न्यूज़ को विशेष रुप से पढ़ना चाहिए ।

नियमित पढ़ने से आप रोजाना कुछ न कुछ नया सीखेंगे जो आपको आईएस की परीक्षा में महत्वपूर्ण योगदान देगा ।

रोजाना नियमित रूप से न्यूज़पेपर पढ़े ,देश विदेश में हो रही घटनाओं का विशेष जानकरी रखे ।

करंट अफेयर्स में देश-विदेश में होने वाली घटनाओं , खेल, पुरस्कार, किताब एवं अर्थव्यवस्था से संबंधित प्रश्न पूछे जाते हैं इसलिए आप ऐसी न्यूज़ पर विशेष ध्यान दें ।

राय बनाना सीखें

मुद्दों पर एक राय बनाने के आपके कौशल का परीक्षण निबंध पेपर और विशेष रूप से व्यक्तित्व परीक्षण में किया जाएगा और यह एक ऐसी चीज है जिसे रातों रात विकसित नहीं किया जा सकता है।

राय बनाने की कला को धीरे धीरे सीखना चाहिए क्योंकि ये कला आपको निबंध लेखन में बहुत ही काम आएगी।

यह जरूरी नहीं है कि हमारी राय सब से मिले हमारी राय पर बहुमत हो बल्कि महत्वपूर्ण यह है कि हमारी खुद की कोई राय हो और वह राय तर्कपूर्ण हो ।

यह भी महत्वपूर्ण है कि व्यक्ति को कागज पर अच्छी तरह से राय व्यक्त करने में सक्षम होना चाहिए और बोलते समय भी ऐसा करने से आपका निबंध लेखन भाग बहुत मजबूत होगा ।

एक एस्पिरेंट को हर मुद्दे पर अपना नजरिया होना चाहिए कोई चीज क्यों और कैसे हो रही है इस पर भी विचार करना चाहिए ऐसा करने से आपके अंदर तार्किक शक्ति विकसित होगी जो की एक आईएएस अधिकारी के लिए बहुत ही महत्वपूर्ण है ।

कम्युनिकेशन स्किल्स सुधारें

इस कौशल सेट को बनाने के लिए भी समय चाहिए।

ज्ञान होना लेकिन उस ज्ञान को साझा करने या प्रस्तुत करने का कौशल न होना इसका ज्यादा उपयोग नहीं है यदि आपके पास किसी चीज का ज्ञान है तो उसको साझा करना ही बेहतर है ।

इंटरव्यू के दौरान कम्युनिकेशन स्किल महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है क्योंकि यह उम्मीदवार के अंदर आत्मविश्वास को दर्शाता है।

यदि आप कोई चीज सीखते हैं तो उसके बारे में लोगों को बताएं, समझाएं इससे आपकी कम्युनिकेशन स्किल अच्छी होगी साथ ही साथ आपका आत्मविश्वास भी बढ़ेगा ।

मल्टीडाइमेंशनल सोच की कला विकसित करें

इस समय किसी भी मुद्दे को उठाएं जो वर्तमान में खबरों में है और सभी आयामों से इसका निष्पक्ष विश्लेषण करने का प्रयास करें।

हर मुद्दे का एक सामाजिक आयाम, राजनीतिक आयाम, संस्थागत आयाम, सांस्कृतिक आयाम, पर्यावरण आयाम और आर्थिक आयाम होता है।

इन सभी आयामों में से किसी एक मुद्दे का विश्लेषण करने में एस्पिरेंट को सक्षम होना चाहिए इसलिए अगली बार जब आप एक प्रश्न पढ़ेंगे तो आपका दिमाग स्वतः ही इसके चारों ओर कई सूत्र बनाना शुरू कर देगा।

लिखने कला को विकसित करें

12व क बद आईएएस

आईएएस का दूसरा चरण यानी मेन्स परीक्षा से सब्जेक्टिव होती है, जहाँ व्यक्ति को डिटेल में उत्तर लिखना होता है।

इसका सामना करना आसान लगता है क्योंकि हम सभी अपने अकादमिक जीवन के माध्यम से यह सब करते आए हुए हैं, लेकिन आईएएस परीक्षा में और अधिक कौशल की आवश्यकता होतीहै।

मेन्स परीक्षा में प्रश्नों का उत्तर को निर्धारित शब्द सीमा के भीतर उत्तर लिखना होता है,यदि शब्द की सीमा पार हो गई है, तो ऐसी अवस्था में नकारात्मक अंक कटने का डर रहता है ।

शब्द की सीमा के भीतर और निर्धारित समय के भीतर ही उत्तर उत्तर लिखने का प्रयास करना चाहिए।

एक प्रश्न के लिए लगभग 8 से 9 मिनट का समय मिलता है, जहां किसी को प्रश्न को पढ़ना होता हैउत्तर की संरचना करना और उसे लिखना होता है।

यह महत्वपूर्ण है कि व्यक्ति को लेखन की गति विकसित करनी चाहिए और विभिन्न विषयों पर लिखना चाहिए ताकि विभिन्न प्रकार के विषयों पर अपनी लेखन क्षमताओं को विकसित किया जा सके।

एक्स्ट्रा करिकुलर एक्टिविटी में भाग लें

यूपीएससी उन उम्मीदवारों की तलाश पता रहता है जिनके पास एक कोई गोल हो, ऐसा व्यक्ति यह गोल ओरिएंटेड हो वह आईएएस बनने के लिए अच्छा उम्मीदवार साबित होता है ।

एक अच्छा IQ होने के अलावा, एस्पिरेंट के पास एक वांछनीय भावनात्मक टीम भावना, नेतृत्व गुण, अच्छा संचार कौशल, आत्मविश्वास, दृढ़ विश्वास का साहस आदि सभी क्वालिटी प्रचुर मात्रा में होने चाहिए ।

खेल की घटनाओं, वाद-विवाद, सांस्कृतिक गतिविधियों आदि जैसे अतिरिक्त गतिविधियों में सक्रिय भागीदारी करें।

12वीं के बाद आईएस बनने की रणनीति

मोटे तौर पर आपके कॉलेज के पहले और दूसरे वर्ष को यूपीएससी/आईएएस प्रीलिम्स और मेन्स परीक्षा के सामान्य अध्ययन (जीएस) विषयों की तैयारी के लिए समर्पित करना चाहिए जो कि जीएस इंटीग्रेटेड कोर्स के माध्यम से होता है।

यह निर्णय बहुत महत्वपूर्ण है क्योंकि वैकल्पिक विषय में मेन्स में दो पेपर होते हैं और यह आपकी समग्र योग्यता स्थिति में बहुत महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।
अधिकांश वैकल्पिक विषय आसानी से चार / पाँच महीने के समय में तैयार किए जा सकते हैं।

दूसरे वर्ष या तीसरे वर्ष के मध्य में व्यक्ति को वैकल्पिक विषय पर भी ध्यान देना शुरू कर देना चाहिए। उस समय तक जीएस विषयों का अध्ययन करने के बाद कौन सा वैकल्पिक विषय लेना है यह निर्णय ले लेना चाहिए ।

स्नातक के तीसरे वर्ष को भी संशोधित करने, उत्तर लेखन का अभ्यास करने और टेस्ट सीरीज का अभ्यास करने और अपनी तैयारी में ग्रे क्षेत्रों के बारे में जानने के लिए समर्पित करना चाहिए।

NCERT की किताबों से पढ़ाई

यूपीएससी के लिए बुनियादी ज्ञान को बढ़ाने के लिए आपको एनसीईआरटी की किताबें अवश्य पढ़नी चाहिए ।

यूपीएससी की तैयारी के लिए एनसीईआरटी किताबों को कम से कम दो बार अच्छी तरह से पढ़े ।

बिना एनसीईआरटी की किताबों को पढ़ें आप अपने बुनियादी ज्ञान को बढ़ा नहीं सकते हैं।

मॉक टेस्ट

यूपीएससी की परीक्षा के लिए अच्छे से तैयारी के लिए मॉक टेस्ट अधिक से अधिक दें ।

प्रारंभिक लिखित परीक्षा से तीन चार महीने पहले से ही मॉक टेस्ट देना प्रारंभ कर दें ।

मॉक टेस्ट घड़ी के टाइमर को सेट करके दें, प्रारंभिक लिखित परीक्षा की तरह ही मॉक टेस्ट को दें ।

मॉक टेस्ट से आप अपनी गलतियों का अच्छी तरह से आकलन कर सकेंगे एवं निर्धारित समय पर परीक्षा खत्म करने की आदत बन जाएगी ।

मॉक टेस्ट से लिखित परीक्षा का अच्छा अभ्यास हो जाता है , अतः यूपीएससी परीक्षा के लिए मॉक टेस्ट अत्यंत आवश्यक है ।

उत्तर लिखने का अभ्यास

एक बार जब आप NCERT के साथ-साथ स्टैंडर्ड पुस्तकों से विषय पूरा कर लेते हैं, तो आप उत्तर-लेखन का अभ्यास शुरू कर सकते हैं।

उत्तर लिखने का अभ्यास किताबों को पूरा पढ़ने के बाद ही शुरू करें ऐसा करने से आपको एक बेहतर आइडिया मिलेगा की यूपी की मुख्य परीक्षा में कैसे सटीक उत्तर लिखा जाए ।

उत्तर लिखने का अभ्यास आप सप्ताहांत पर रख सकते हैं,पूरे हफ्ते जो कुछ भी सीखा हो उसे सप्ताहांत में उत्तर लिखने के अभ्यास में लिख दें ।

लाइव क्लासेज

आईएएस की तैयारी करने के लिए आप लाइव क्लासेज को भी ज्वाइन कर सकते हैं, यदि आप कोचिंग जाने के इच्छुक नहीं हैं तो आप घर बैठे लाइव क्लासेस को ज्वाइन करके आईएएस परीक्षा की तैयारी कर सकते हैं

जो भी आपने पढ़ा हो उसका सही तरीके से रिवीजन करना बहुत ही आवश्यक है रिवीजन पढ़ा हुआ हिस्सा और अच्छे से याद रहता है ।

कोशिश यही होनी चाहिए कि सप्ताहांत में जो भी पड़ा हुआ है उसका रिवीजन सही तरीके से किया जाए ।

10 वीं और 12 वीं के लिए आईएएस प्रतिशत?

10वी के बाद यदि आप ने आर्ट्स ,कॉमर्स , या साइंस विषय रखा है तो यह आपके आईएएस बनने में जरा सा भी मेटर नहीं करता इसका कोई महत्व नहीं है की अपने मेट्रिक या इंटर में कौन सा विषय रखा था क्यो की IAS भारत की एकमात्र ऐसी सेवा है जिसमे सभी को मौका मिलता है।

IAS कभी यह नहीं देखती है की आप कौन से क्षत्रे से पढ़ाई की है जैसे यदि आप ने आर्ट्स जैसे विषय से पढ़ाई की है तो आप इन्फीरियर हो और यदि आप साइंस से पढ़ाई की है तो आप सुपीरियर हो ऐसा बिलकुल नहीं है इस सेवा के लिए आपको केवल ग्रेजुएशन पास करना है। और यदि अपने ग्रेजुएशन 50% अंक के साथ पास किया है तो इसका बनेफिट आपको केवल आईपीएस की इंटरव्यू में मदद कर सकता है।

आईएएस की तैयारी के लिए सब्जेक्ट

आईएएस बनने में जरा सा भी मेटर नहीं करता इसका कोई महत्व नहीं है की अपने मेट्रिक या इंटर में कौन सा विषय रखा था क्यो की IAS भारत की एकमात्र ऐसी सेवा है और यदि अपने ग्रेजुएशन 50% अंक के साथ पास किया है तो इसका बनेफिट आपको केवल आईपीएस की इंटरव्यू में मदद कर सकता है।

आईएएस की तैयारी के लिए बेस्ट कोचिंग

  • Plutus IAS Coaching. New Delhi.
  • Vajiram and Ravi IAS Coaching. New Delhi, Delhi.
  • Yojna IAS Coaching. Noida, Uttar Pradesh.
  • Drishti IAS Coaching. New Delhi, Delhi.

10वीं के बाद आईएएस की तैयारी कैसे करें

सबसे पहले एग्जाम की पूरी जानकारी होना जरूरी है।

एग्जाम में आने वाले सिलेबस को समझे ।

रणनीति और अध्ययन की सामग्री को इकट्ठा करें ।

एकाग्रता के साथ पढ़ाई करें।

पढ़ाई के साथ ही साथ लेखन करना भी जरूरी है ।

बार-बार मोक टेस्ट दीजिए

रोज़ाना न्यूज़ पेपर और मैगज़ीन पढ़े।

F&AQ

क्या मैं 12वीं के बाद आईएएस की तैयारी शुरू कर सकता हूं?

यूपीएससी द्वारा हर साल आयोजित की जाने वाली आईएएस परीक्षा का प्रयास करने के लिए आपके पास किसी मान्यता प्राप्त विश्वविद्यालय से डिग्री होनी चाहिए।

12वीं के बाद IAS के लिए कौन सा विषय सबसे अच्छा है?

यदि आपका लक्ष्य एक आईएएस ऑफिसर बनना है तो आपको कौन सा स्ट्रीम चुनना चाहिए तो इसका जवाब है, कोई भी।

मुझे इंग्लिश नहीं आती क्या मैं आईएएस बन सकता हूं?

इंग्लिश नहीं आने के बाद भी आप आईएएस बन सकते हो। देश में ऐसे ढेरों उदाहरण है, जो हिन्‍दी मीडियम से पढाई करके आईएएस ओर आईपीएस बने है। ऐसा ही एक उदाहारण आपके सामने ला रहे है, जिसने हिन्‍दी मीडियम से पढाई करते हुए पहले आईआरएस के चुना गया। इसके बाद दूबारा परीक्षा दी और वर्ष 2019 बैच का आईएएस बना।

क्या आईएएस बनना बहुत कठिन है?

आईएएस ऑफिसर बनने के लिए बहुत मेहनत करनी पड़ती है. यूपीएससी परीक्षा पास करने के बाद कठिन ट्रेनिंग के दौर से भी गुजरना पड़ता है. उसके बाद भी उनकी राह आसान नहीं होती है. उनके ऊपर कई महत्वपूर्ण दायित्वों का जिम्मा होता है

IAS कितने साल का कोर्स है?

सिविल सेवा की तैयारी के लिए कम से कम 2 से 3 वर्ष का समय लगता है। आप अपने ग्रेजुएशन के दिनों से ही इसकी तैयारी शुरू कर दे। इस परीक्षा की तैयारी की शुरूआत NCERT की किताबों का अध्ययन करने से करे। इसके अलावा सिविल सेवा परीक्षा का पूरा सिलेबस अपने साथ रखे और उसके अनुसार ही तैयारी करे।

FINAL ANALYSIS:

इस लेख में हमने जाना 12वीं के बाद आईएएस की तैयारी कैसे करें ? – 12th Ke Bad IAS Ki Taiyari Kaise Kare आशा करता हूँ इस लेख को पढ़ने के बाद 12वीं के बाद आईएएस की तैयारी कैसे करें ? – 12th Ke Bad IAS Ki Taiyari Kaise Kare के बारे में आपको जानकारी मिल गई होगी| अगर आपके मन में कोई सवाल है तो आप हमें कमेंट करके पूछ सकते हैं| इस लेख को अंत तक पढ़ने के लिए आपका बहुत-बहुत धन्यवाद!

3 thoughts on “12वीं के बाद आईएएस की तैयारी कैसे करें ? – पूरी जानकारी”

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